रिपोर्टर - राकेश यादव
देवरी कलां।। महू में आदिवासी युवती के साथ हुए बलात्कार एवं हत्याकांड को लेकर गोंड महासभा तत्वाधान में महामहिम राष्ट्रपति के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में हत्याकांड की न्यायिक जांच कर फास्टट्रैक कोर्ट द्वारा दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले महू के गवली पलासिया में एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या का मामला प्रकाश में आया था। साथ ही इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा फायरिंग में एक आदिवासी युवक की मौत और एक की गंभीर रूप से घायल होने की सूचना मिली हैं। आदिवासियों का कहना है कि यह घटना मध्यप्रदेश के लिए बड़ा कलंक हैं और प्रदेश की पुलिस एवं प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं।दूसरी ओर नेमावर कांड, लटेरी गोली कांड में आज दिनांक तक भी पीडितों को न्याय नहीं मिलने के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।प्रदेश में आदिवासियों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं, जिस पर एनसीआरबी की हालिया रिपोर्ट मुहर लगाती हैं। जो प्रदेश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए शर्मनाक हैं जो कि आदिवासी समाज के प्रति शासन-प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा करते हैं, ज्ञापन में मांग की गई है कि महू में आदिवासी बेटी के जघन्य हत्याकांड की जल्द से जल्द न्यायिक जांच कर फास्टट्रैक कोर्ट द्वारा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिया जाए और पीडित परिवारों को एक-एक करोड़ रूपय मुआवजा तथा परिवार के एक-एक सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए। ज्ञापन देने वालों में प्रहलाद उईके,मोती गौंड़ जिला सदस्य,भूपेंद्र उईके, रजत दीवान जयस जिला अध्यक्ष, राजकुमार दीवान,कु.अर्चना मरावी, वंदन परते, अभिषेक साहू,कैलाश कुर्राम,रामकिशोर लोधी ओबीसी क्रांति महासभा, सुरेंद्र, शाह,महेंद्र मरावी,आंनद जगेत,किसन धुर्वे,मानसिंह मरावी,बहादुर, बलवंत, नितेश तुमराम,जागेश्वर जी,अरविंद कुर्मी,उत्तम मरावी सहित गोंड सभा महासभा,जयस,भीम आर्मी,ओबीसीक्रांति सेना सहित विभिन्न संगठनों ने ज्ञापन सौंपा।
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